Saturday, May 10, 2014

खव्याइश है सिर्फ अब यही मेरी....



वो तेरा हंस के खिलखिलाना
दौड़ कर जाना
मुड़कर मुस्कुराना
मेरी ओर देखकर शरमाना
भी एक अदा है तेरी ........
वो मेरे पास बैठना
मुझसे मुंह मोड़ना
मेरी उस गलती पर रूठना
रूठकर आंसू बहाना
भी एक सजा हैं मेरी .......
पास मेरे वापस आना
प्यार से गले लगाना
गले लगाकर मेरी बाँहों में रोना
और मुस्कुराकर सॉरी कहना
भी जिंदगी दूजी है मेरी .......
प्यार से इसी तरह जीना
हर पल हँसते मुस्कुराते रहना
साथ में हर पल बीताना
आशीर्वाद सबका है पाना
और साथ गुजर जाये जिंदगी ये मेरी तेरी .......
ऐसा ही अरमान सिर्फ दिल में बसाना
न कभी अब रोना
सिर्फ है मुस्कुराना
हमेशा गुनगुनाना
दिल में हमेशा मुझे रखना
खव्याइश है सिर्फ अब यही मेरी ........
@@@ Vijay Nama

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